कतारों में बुवाई करने से गेहूं में होती अधिक उपज -डाक्टर ओपी वर्मा।
केवीके सोहना के सौजन्य से प्रक्षेत्र भ्रमण एवं प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम का हुआ आयोजन।

विजय पाल चतुर्वेदी:-
सिद्धार्थनगर – मंगलवार को ब्लाक भनवापुर क्षेत्र के सिकटा गांव में प्रक्षेत्र भ्रमण एवं प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन सीटू फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना अंतर्गत केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर ओम प्रकाश वर्मा ने कहा कि धान फसल के उपरांत गेहूं की सीधी बुआई किसानों के लिए काफी लाभदायक है। सीधी बुआई से किसानों को प्रति एकड़ तीन हजार की बचत होगी। गेहूं की सीधी बुवाई के लाभ के बारे में बताया कि फसलों के पौधों जड़ों में जल्दी सूखा नहीं आता। सिंचाई की जरूरत कम हो जाती है। फसलों में पहली सिंचाई देर से व कम सिंचाई करने के कारण खरपतवार,बीमारियां और कीट प्रकोप भी कम आता है। कृषि वैज्ञानिक डाक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रक्षेत्र दिवस के आयोजन का उद्देश्य किसानों और विज्ञानियों के बीच धरातल पर संवाद स्थापित करना होता है ताकि तकनीक की अच्छाइयों और बुराइयों को जान सकें। डॉ शेष नारायण सिंह ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत जो भी प्रदर्शन किया गया है,वहां ज्यादा से ज्यादा किसानों को भ्रमण कराना है। जिससे किसान उक्त तकनीक को खेतों पर देखकर उसकी जानकारी हासिल कर सकें और तकनीक आधारित खेती कर सकें। नई बीज लेपित तकनीक पानी बचाने व खरपतवार की रोकथाम करने में सक्षम है। इस अवसर पर किसान अकरम हुसैन, श्यामसुंदर,राम नारायण,राम निवास, धर्मराज चौरसिया,बैजनाथ,जगराम मौर्या आदि किसानों ने भाग लिया। प्रक्षेत्र भ्रमण में जिले के विभिन्न क्षेत्रों के किसान शामिल थे।