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रिपोर्ट:-शमीम
आयुष मंत्रालय के अधीन नई दिल्ली स्थित केंद्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद् के ‘आयुष दीक्षा – भारत सरकार का एक मानव संसाधन विकास केंद्र’ के निर्माण के लिए 20 जनवरी, 2024 को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के भरतपुर स्थित केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में शिलान्यास समारोह आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय आयुष और पत्तन, पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल इस कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएंगे। इसके अलावा इस अवसर पर भुवनेश्वर की सांसद श्रीमती अपराजिता सारंगी, नई दिल्ली स्थित सीसीआरएएस के महानिदेशक प्रोफेसर वैद्य रबिनारायण, भुवनेश्वर स्थित सीएआरआई के निदेशक डॉ. एमएम राव और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।
30 करोड़ रुपये के स्वीकृत बजट के साथ आयुष दीक्षा परियोजना अत्याधुनिक सुविधाओं को बढ़ावा देगी। इस निर्माण परियोजना के तहत 30-40 प्रशिक्षुओं की क्षमता वाले दो सभागार, प्रशिक्षुओं व वीआईपी के रहने के लिए अटैच बाथरूम के साथ 40 वातानुकूलित कमरे और वीआईपी सुइट्स शामिल हैं। इसके अलावा एक प्राकृतिक पुस्तकालय व चर्चा कक्ष के लिए समर्पित क्षेत्र, पर्याप्त पार्किंग स्थान, मॉड्यूलर पेंट्री, डाइनिंग लाउंज और अन्य जरूरी सुविधाएं शामिल हैं।
यह संस्थान सामान्य रूप से आयुष और विशेष रूप से आयुर्वेद के सभी हितधारकों को राष्ट्रीय स्तर पर एक शिक्षण-प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगा। इसके अलावा यह क्षमता विकास, आयुर्वेद में मानव संसाधनों को मजबूत करने, अनुसंधान व विकास को सुविधाजनक बनाने, उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के साथ राजस्व सृजित करने के लिए अन्य राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहभागिता में भी सहायता करेगा।
भुवनेश्वर स्थित सीएआरआई (केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान) भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय है। यह अभूतपूर्व पहल आयुर्वेद में वैज्ञानिक आधार पर अनुसंधान को बढ़ावा देने और आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
केंद्र सरकार पूरे कैलेंडर वर्ष में प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगी और यह आयुष क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधनों को सुदृढ़ करने की दिशा में मौजूदा सरकार की पहल का हिस्सा है।